नए संदेश
Friday
युवा मंथन : 2011
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Monday
भारत की जनगणना 2011 : आवश्यक जानकारी
Sunday
Saturday
Nar Seva - Narayan Seva
का आयोजन करने जा रहा है l यह शिविर अब तक हजारो विकलांगो का सफल ऑपरेशन कर चुके देश के प्रख्यात चिकित्सक विशाखापत्तनम के डॉ.एस.भी.आदिनारायण राव एवं उनकी कुशल चिकित्सकों की टीम, द्वारा होना निश्चित हुआ है l इस शिविर के दौरान रोगियों एवं उनके एक सहयोगी के रहने एवं भोजन की भी निःशुल्क व्यवस्था है l
जरा सोचिये; यदि हम एक नन्हे से बच्चे को जिनके हाथ - पैर पोलियो या अन्य कारण से टेढ़े-मेढे हो गए हो, वे ठीक से चल-फिर नहीं पा रहे हों, को देखते हैं तो आँखें भर आती हैं l ऐसी ह्रदय विदारक स्थिति न रहे इसके लिए यह एक छोटी सी पहल की गयी है, ताकि इन असहायों का ऑपरेशन कर उन्हें आत्मनिर्भर बना सकें एवं वे समाज की मुख्यधारा में चल सकें l
किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए आप कार्यक्रम कार्यकारिणी से संपर्क कर सकते हैं अथवा सीधे ही "सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया", साहू पोखर शाखा, मुजफ्फरपुर स्थित "मारवाड़ी युवा मंच, मुजफ्फरपुर" के खाता सं०3093642620 में सीधे जमा करवा सकते हैं, कृपया ऐसी स्थिति में हमें सूचित अवश्य करें, ताकि आपके सहयोग को उचित सम्मान दिया जा सके l
Sumit Chamria
Br.President
Marwari Yuva Manch, Muzaffarpur
Mob.: +91-9431238161
Email: sumitchamria@gmail.com
Thursday
Upcoming Moov India Camps - Through out Nation
ALL INDIA MARWARI YUVA MANCH
3432/13,
UPCOMING ARTIFICIAL LIMBS AND CALIPERS FITMENT CAMPS
UDHAMPUR (JAMMU & KASHMIR) – 23rd - 25th NOV 2010
TINSUKHIA (ASSAM) - 15th - 18th DEC 2010
JAMSHEDPUR (JHARKHAND) - 18Th - 20th DEC 2010
BAREILLY (UTTAR PRADESH) - 24th - 26th DEC 2010
LAKHIMPUR KHIRI (UTTAR PRADESH) - 1st - 3rd JAN 2011
JAISALMER (RAJASTHAN) - 7th - 9th JAN 2011
UPCOMING FREE POLIO CORRECTIVE SURGERY CAMP
MUZAFFARPUR (BIHAR) - 5th – 6th JAN 2011
For details related to the Free polio corrective surgery , please contact
Programme Office:
Dr.Ramesh Kumar Kejriwal (Adv.)
Phone: 0621-2245929
email: meramayum@gmail.com
webpage: www.meramayum.blogspot.com
Sri Sumit Chamria
(Br.President - Marwari Yuva Manch, Muzaffarpur)
Health Line
Road Opp.Krishna Cinema,
Muzaffarpur - 842001.
Contact.- 0621-2225363
Mob.- 9431238161,9334070958
email: sumitchamria@gmail.com
-: Surgeries will be done by :-
Dr. S.V.Adinarayan Rao & Team, Vishakhapattnam
Monday
Polio Corrective Surgery - 5 Jan.2011
All India Marwari Yuva Manch is one of the largest volunteer organizations in
The main aim of the MANCH is to organize the youth force and prepare them to contribute to the progress of the community as well as of the Nation. It makes youths conscious about their social obligations so that the dignity of the community is maintained. Manch gives ample opportunity to the youths who may give leadership in any sector. It is, therefore, the fundamental desire of the MARWARI YUVA MANCH that the youth force be organize to become duty bound for all round development of the Nation at Social, Physical as well as Moral level along with that of the Community.
It has branches spread all over India and as of today it has around 610 branches.
In last 3 decades MYM has done remarkable job in delivering social services, a few of their projects are highlighted below:
1. Calipers and Artificial Limbs – 47000 limbs provided
2. Ambulance Services – 213 free ambulances are running round the clock
3. Movement to protect girl child – Intensive campaign in interiors of Rajasthan and all over India
4. Pure and hygienic water project “Amrit dhara” – 2500 coolers and pyaus under the banner of National Marwari Foundation (NMF), All India Marwari Yuva Manch has adopted a mission to make India disable free.
MYM has provided 47000 artificial limbs throughout country under the movement “Move India”. Most of the disabled persons in India are living isolated life and are poor. The disability combined with poverty and lack of education denies access to rehabilitation services. The AIMYM emphasis on enhancing the accessibility of assistive devices and rehabilitation aids to people with disabilities. The AIMYM evolved an appropriate, simple, informal and humane delivery system "THE CAMP APPROACH", under which artificial limbs, calipers and other appliances are provided easily and free of cost at the camp site. The AIMYM organizes a large number of camps every year in various parts of the country, where artificial limbs (Jaipur Prostheses), polio calipers etc. are fabricated and provided on the spot.
Viklangta Unmulan Karyakram
With The thought of “Viklangta Vihin Desh Hamara” we are organizing a camp on 5th of January 2011, for the poor, needy and helpless people of the society who are physically challenged, at Muzaffarpur (the center place of North Bihar) to operate them free of cost and made them stand on their own legs and work with there own hands. We’ll also help them through medicine and accommodation during the treatment / surgery along with the food (free of cost) for the patient and their attendant. For these selfless services of our organization we request your honor to donate with free hands.
As the Munch is a non-profit service oriented voluntary organization its each and every service are totally free and for the benefit of needy and the suffering humans. The Manch sustains on donations from public, charitable organization and the grants from government. In a way, all the achievements & humanitarian services of the Manch are only possible you’re your help.
We, in the interest of the disabled and needy human being, request you all to come forward with a generous hand to support us with liberal donation.
Scheme of Donation | |
You may sponser multiple operations. |
I would really appreciate your support in this noble cause and hope for a positive response.
Thanks & Regards,
Sumit Chamria
Br.President, Marwari Yuva Manch, Muzaffarpur
Mob.: +91-9431238161
Email: sumitchamria@gmail.com
Note : Please circulate this mail to every one in your mailbox.
Thursday
सुखा और बाढ़
Saturday
इन दिनों मीडिया की बहुत सी खबरें मन को बैचेन किये हुए है. हमारे अस्सम में अभी सर्कार १००० करोड के घोटाले में फंसी हुई है. लेकिन जब एक लाख करोड के भ्रस्टाचार की खबर मिली मन ज्यादा बिचलित हो गया है . इतने रुपये से क्या करता होगा भला. हमारे अस्सम में एक अफसर ने करोडो रुपये गेरेज में दीवाल बनाकर उसमे छिपा रखे थे. दरअसल जितने की जरुरत हो उससे ज्यादा हो तो खतरे की घंटी तो हैही साथ ही एक मानसिक तनाव भी झेलना पड़ता है. लेकिन इतने रुपयों से वह कितनी बिलासिता कर सकता है? मई समझत हूँ मुझे अगर एक करोड मिल जाये तो में कम सेकम आर्थिक परेशानी नहीं झेलनी पड़े. लेकिन जो चाओ वो हो जाये तो फिर आदमी काम ही क्यों करे.
Monday
एक अनोखा विवाह....
Saturday
स्वामी विवेकानंद का शिकागो की धर्म सभा में दिया गया भाषण
मित्रों, आज कुछ लिखने बैठा तो मेरे सामने स्वामी विवेकानंद का शिकागो की धर्म सभा मे 11 सितम्बर 1893 को दिया गया भाषण आ गया, तो सोचा किइसके कुछ मुख्य अंश को आप सबके साथ क्यों न बाटा जाय.......................
प्रस्तुत है ...........
अमेरिकी निवासी बहनों और भाइयों
जिस अपनत्व और प्यार के साथ आपने हम लोगो का स्वागत किया है, उसके फलस्वरूप मेरा ह्रदय अकथनीय हर्ष से प्रफुल्लित हो रहा है। संसार के प्राचीन ऋषिओं के नाम पर मै आपको धन्यवाद देता हूँ । तथा सब धर्मों की मतास्वरूपहिंदू धर्म के करोड़ों हिन्दुओं की ओर से भी धन्यवाद प्रकट करता हूँ।
मै उन सज्जनों के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ,जिन्होंने इस सभामंच से पूर्व से आए प्रतिनिधियों के बारे मे ये बतलाया है कि, ये दूर देश वाले पुरूष भी सर्वत्र सहिष्णुता का भाव प्रसारित करने के निमित्त यश व गौरव के अधिकारी हो सकते है।
मुझको ऐसे धर्मावलम्बी होने का गौरव है,जिसने संसार को सहिष्णुता तथा सब धर्मो को मान्यता प्रदान करने की शिक्षा दी। हम लोग सब धर्मों के प्रति सहिष्णुता ही नही रखते वरन सब धर्मों की सच्ची बातो को ग्रहण भी करते हैं। मुझे आपसे यह कहते हुए गर्व होता है की मेरे धर्म की पवित्र भाषा संस्कृत मे अंग्रेजी शब्द एक्स्क्लुसन का कोई पर्यायवाची नही है। मुझे एक ऐसे देश का व्यक्ति होने का अभिमान है ,जिसने प्रथ्वी की समस्त पीड़ित शरणागत जातियों को तथा विभिन्न धर्मों के बहिष्कृत मतावलंबियों को आश्रय दिया है। मुझे यह बतलाते गर्व होता है कि, जिस वर्ष यहूदियों का पवित्र मन्दिर रोमन जाति के अत्याचार से धूल में मिला दिया गया,उस समय लाखों यहूदी शरण लेने दक्षिन भारत पहुंचे,और हमारी जाति ने उन्हें छाती से लगाकर शरण दी। ऐसे धर्म में जन्म लेने का मुझे गर्व है,जिसने इस्लाम की आंधी में उजड़ी पारसी जाति की रक्क्षा की और आज तक कर रहा है। ---------------------------साम्प्रदायिकता ,संकीर्णता और इनसे उत्पन्न भयंकर धर्म-विषयक उन्मत्ता इस सुंदर धरती पर बहुत समय तक राज्य कर चुके है। इनके घोर अत्याचार से प्रथ्वी भर गई इन्होने अनेक बार इस धरती को माने रक्त से सींचा,सभ्यताएं नष्ट कर दालिताथा समस्त जातियों को हताश कर डाला । अगर यह न होता तो मानव समाज आज कहीं अधिक उन्नत होता। पर अब उसका भी समय आ गया है,और मे आशा करता हूँ की जो घंटे आज सुबह इस सभा के सम्मान मै बजाये गए हैं,वे समस्त कट्टरताओं,तलवार के बल पर किए जाने वाले समस्त अत्याचारों की पारस्परिक कटुताओं के लिए म्रत्यु-नाद ही सिद्ध होंगे।
और इस दिन के बाद स्वामीजी के भाषणों की लगातार १७ दिवस तक चले विश्व धर्म सम्मलेन मै सबसे अधिक मांग होने लगी,तथा विश्व की नजरों मे दबे कुचले हिंदू धर्म व संस्कृति को विश्व के सबसे महान धर्म सबसे महान संस्कृति माना जाने लगा।
मारवाड़ी: धर्म, जाती, क्षेत्र या संस्कृति ? भाग - 2
हंसगुल्ले....
"जिस काम को अमरीका को करने में बरसों मेहनत करनी पड़ी, ये दोनों आदमी बिना किसी रॉकेट के यहाँ हमसे पहले कैसे पहुँच गए"? यह सोचता हुआ नील आर्मस्ट्रॉन्ग उनके पास गया और उनसे पूछा, "भाईसाहब आप लोग कौन हैं, जो हमसे पहले यहाँ पहुँच गए"?
उनमें से एक आदमी ने उत्तर दिया, "कैमरामेन संतोष के साथ दीपक चौरसिया.....स्टार न्यूज ब्यूरो"।
Sunday
सामाजिक चेतना महाकुम्भ
सामाजिक चेतना महाकुम्भ
बिहार प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच द्वारा दिनांक २३ मई २०१० को श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल, पटना में सामाजिक चेतना महाकुम्भ नामक महासम्मेलन का आयोजन किया गया. यह आयोजन बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मलेन के मार्गदर्शन में मारवाड़ी समाज की सभी प्रमुख संस्थाओं के सहयोग से आयोजित हुआ. इस आयोजन का मकसद मारवाड़ी समाज के युवाओं में राजनैतिक एवं सामाजिक चेतना की भावना को जागृत करना था. इस आयोजन में पूरे बिहार के लगभग १,५०० प्रतिनिधियों ने भाग लिया. आयोजन का उदघाटन अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जीतेन्द्र गुप्ता ने किया. कार्यक्रम संयोजक एवं बिहार प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल वर्मा ने अतिथियों एवं प्रतिनिधियों का स्वागत किया. कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक श्री गोपाल अग्रवाल, विधायक, बिहार विधान सभा ने युवाओं को सक्रिय राजनीति में आगे आने की अपील की. इन्होने कहा की जब मारवाड़ी अच्छे व्यापारी, उद्योगपति एवं प्रबंधक हो सकते हैं तो अच्छे शासक एवं कुशल प्रशासक क्यों नहीं हो सकते. इनके अतिरिक्त श्री गंगा प्रसाद - उपनेता, सत्तारूढ़ दल, बिहार विधान सभा, श्री कमल नोपानी - प्रादेशिक अध्यक्ष, बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मलेन, श्रीमती बिमला देवी तुलस्यान - मेयर, मुजफ्फरपुर, श्री गोविन्द मेवाड़ - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस सम्मलेन में अपना संबोधन दिया. कार्यक्रम की समाप्ति रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुई.