कल रात्रि में मेरे पास एक फ़ोन आया की भाई साहब अपने युवा मंच की वेब साईट मुस्लिम आतंकवादियों ने हैक कर ली है. आज सुबह मैंने चेक किया तो देखा की होम पेज किसी ने बदल दिया है. जो होम पेज लगाया गया है उसमे लिखा है की "आपकी वेबसाइट को मुस्लिम हैकर्स ने हैक कर लिया है"
खैर मैंने इस वेबसाइट की तकनीकी जांच शुरू की तो सारा खेल स्पष्ट हो गया. फिलहाल, मैं सिर्फ़ कुछ जानकारियां दे रहा हूँ -
जब किसी को भी अपनी वेबसाइट बनवानी होती है तो इसके तीन पहलू होते है -
१. डोमेन रजिस्ट्रेशन (नाम का पंजीकरण)
२. वेब होस्टिंग (जिनके सर्वर में हमारे वेब पेज सेव रहते हैं)
३. वेबसाइट डिजाईन एवं इसका रख-रखाव (जो वेबसाइट के डाटा का निर्माण, सुधार आदि करते है)
तो पुनः मायुम डॉट कॉम के बारे में बात करते हैं. मैंने इसकी "whois" इन्फोर्मेशन चेक की जो आप भी कर सकते है, नीचे दिए गए address को खोले -
http://www.networksolutions.com/whois-search/mayum.com
आप देख सकते हैं की यहाँ स्पष्ट दिया गया है की हमारी वेबसाइट का पंजीकरण १३ अगस्त २००४ में किया गया था और यह १३ अगस्त २०१२ तक के लिए पंजीकृत है.
इसका पंजीकरण SAKSHAY WEB TECHNOLOGIES PVT LTD नाम की कंपनी द्वारा किया गया है जिसका मोबाईल नम्बर 9818592244 है तथा वेबसाइट http://www.sakshay.co.in है.
इस कंपनी की वेबसाइट के Contact us पेज पर जाने पर इस कंपनी का पता देख सकते है -
H-11, Lower Ground Floor, Lajpat Nagar-I, New Delhi, Delhi-110024
साथ ही Contact person का नाम और उनका मोबाईल नम्बर भी दिया गया है -
डॉ. रवि चमड़िया, मोबाईल नम्बर - 9818592244, Ph: 91-1141727431
मैंने दिए गए नम्बर पर बात की और यह मामला बताया तो उस व्यक्ति ने पूछने पर स्वीकार किया की यह डोमेन उनकी कंपनी द्वारा ही पंजीकृत है और वेब होस्टिंग भी उनकी ही है, सिर्फ़ साईट का डिजाईन दूसरी कंपनी द्वारा किया गया है. उस व्यक्ति ने मुझसे कहा की आप प्रकाश जी या युवा मंच के रवि जी से बात कर लें.
यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की डोमेन रजिस्ट्रार के पास मास्टर पासवर्ड होता है यानी अगर कोई इस साईट को किसी भी लेवल (रजिस्ट्रेशन इन्फोर्मेशन, होस्टिंग या maintenance) पर हैक कर भी ले तो उसके पासवर्ड को रजिस्ट्रार द्वारा रिसेट किया जा सकता है.
अतः अगर इस बचकानी बात पर विश्वास कर भी लिया जाए की मुस्लिमों ने हमारी वेबसाइट हैक की है, तो इसे वापस अपने कंट्रोल में लेना सिर्फ़ कुछ सेकंड का ही काम है. देखते है, कब तक मुस्लिम इसे अपने कब्जे में रखते हैं?
मैं इस matter को सम्बंधित पदाधिकारियों, कंपनी तथा उसके Director को भी भेज रहा हूँ और आशा करता हूँ की जल्द कार्यवाही होगी. इस मामले को राष्ट्रीय अधिवेशन में भी उठाया गया था. पहले सिर्फ़ एक गैजेट में ये प्रॉब्लम थी अब तो होम पेज ही बदल दिया गया है.
- अनिल वर्मा, मोबाईल ९८३५२८५५९६
अनिल जी,
शायद आपके लेख का असर है मायुम.कॉम पर अब यह मेसेज आ रहा है।
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