ब्लॉग से जुड़े सभी लोगों को मेरा नमस्कार। सब से पहले जीतू भाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर हार्दिक शुभकामनायें। मैंने आज तक कोई भी अर्धकुम्भ या कुम्भ नहीं देखा था। बस टेलीविजन के मध्यम से देखा और लोगो से सुना की काफी संख्या में लोग आते हैं, यहाँ तक की गुम हो जाने का भी डर होता है। अपने मंच के महाकुम्भ में भी परिस्थिति कुछ ऐसी ही थी किंतु इसमें फर्क ये था की हम गुम नहीं होते बल्कि काफी नए साथी मिल जाते है। खासकर वे लोग जिनको सिर्फ़ तस्वीरों में देखा, जिनके बारे में सुना था। ऐसे लोगो से रूबरू होने का मौका मिला। वे चार दिन कैसे बीते पता ही नहीं चला। मंच के महाकुम्भ में कुछ स्वच्छ, मधुर और प्रेरणा से ओत-प्रोत वचनों के गंगा में गोता लगाने का अवसर प्राप्त हुआ। मुझे एक बात जो सब से अच्छी लगी वह ये की हम रांची में सिर्फ़ मारवाड़ी बन कर नही गए थे वरन हम पुरे प्रान्त जिसके हम वासिन्दा हैं उस मट्टी का प्रतिनिधित्वा कर रहे थे। मुझे तो कई बार संदेह होने लगता था की मैं जिससे वार्तालाप कर रहा हूँ वो मारवाड़ी ही तो है? इससे एक बात तो स्पष्ट होती हे की हम किस तरह से जहाँ पे रहते हे वहां की भाषा, वेश-भूषा को अपने में समा लेते हे। इसका एक और प्रमाण मिला मंच की रैली में। सच में वो
"रैली नही रेल्ला था युवा मंच का मेला था"। धन्य हैं रांची वाले जिन्हें ये मोका मिला और उनसे भी ज्यादा धन्य हे हम सब जिन्हें रांची का आतिथ्य मिला।
।।युवा शक्ति-राष्ट्रीय शक्ति।।
भवंत अग्रवाल
सह - सयोजक कंप्यूटर
उत्कल प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच
bhawant_agrawal@rediffmail.com
+919437257474
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