इस ब्लॉग को प्रारम्भ करने का उद्देश्य: मंच की दशा और दिशा पर चर्चा करना। यह संवाद यात्रा AIMYM द्वारा अधिकृत नहीं है। संपर्क-सूत्र manchkibaat@gmail.com::"

नए संदेश

Tuesday

HARD TALK

Today I got an opportunity to meet Sri Shayam Soni from delhi our next candiadate for the post of National prsident.we discussed lot of issues regarding manch as well as this blog ,it seems he has got little negative thoughts and doubt about this blog .His major apprension is that such type of blog may damage the reputation of MYM and also he is doubting some conspiracy which may effect the orgn.

I would like to clarify certain things that MYM is not a weak orgn which may be effected by the critisism made by blog writer rather MYM will get strength out of this,the intention of writing on this blog is to pin point certain points which need to be considered ,it is the platform for several members who wants to share their feelings, can share their thoughts.There may diff of opinion on certain subjects since the MYM leadership look from the higher level and we look from the grass root level,but we both thoughts for the benefit of the manch.


As far as negative and positive thoughts are concerned ,i will certainly say thoughts are always thoughts ,it does not differntiate positive or negative .it is the eye of people who differntiate as positive or negative thought .Its like a half glass of water,one may say half glass of water and other may say that glass is half empty.

Sir during discusion you quated that the blog writer must write good work done by the manch,there is no doubt about it but I will personally request you to go thru the complete blog you will certainly find both type of writing .

Any how I personally impressed with the personlity of Sri shayam Soni,His concept on several issues are very clear,His debate skill is excellent he is really an excellent person and wish he will proved to be a great national president


1 comment:

Shambhu Choudhary said...

दरअसल मंच के कुछ लोग यह सोचते हैं कि संवाद करने या मंच को संवाद की सामग्री परोसने की जिम्मेदारी सिर्फ उनकी ही है। कोई दूसरा व्यक्ति उनके व्यक्तित्व पर भला कैसे हावी हो सकता है? उनकी सोच और इस तरह के बयान खुद में ही बतातें है कि वे किस हद तक नाकारात्मक सोच पाले हुए हैं। इस मंच पर वे अपनी बात को खुल कर रख सकते हैं। इसके लिए व्यवस्थापकिय अधिकार उनको देने की कोई जरूरत नहीं समझ में आती । यदि कोई इस ब्लॉग पर सीधे पोस्टिंग अधिकार लेना चाहे तो, उसके लिये वे अपना परिचय दे कर यह अधिकार ले सकतें हैं और उसे दिया भी जाना चाहिये। मेरी समझ में अजातशत्रु के नाम से पोस्टिंग अनजान पोस्टिंग नहीं क्यों कि उसके पोस्टिंग में मंच की हर ताजा जानकारी मिलती है। निश्चह ही वो संचालकों द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही होगा। मेरी समझ में उसने अभी तक कोई गलत बातें नहीं की जो किसी को नागवार गुजरे। हाँ ! इनके लेखन में चुभन ज्यादा है जो सच्चाई को बयान करती है। यदि कोई गलत बात उसने लिखा हो तो उसका जबाब हमें देने में हर्ज ही क्या है। हम यदि उसका जबाब देने में अक्षम हैं तो भले ही बचाव के नकारात्मक रास्ते खोज लें इससे इस ब्लॉग के साथियों को निराश नहीं होना चाहिये। इस तरह की बातें तो आयेंगी ही। अभी तक का एकतरफा अधिकार जो खत्म होता जा रहा है उनका।-शम्भु चौधरी

Post a Comment

हम आपकी टिप्पणियों का स्वागत करते है.