मैंने manch sandesh डाउनलोड करने की कोशिश की, 11 M.B. से ज्यादा है. क्या नेतृत्व किसी प्रोफेशनल की सहायता नहीं ले पा रहा है, वरना डाउनलोड करने लायक अलग version बनाया जा सकता था. manch sandesh.com का क्या हुवा? दो तरफा संवाद सुहा नहीं रहे हैं क्या? कारवां-२००८.कॉम में भी PROFESSIONAL TOUCH की कमी दिख रही है. ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म (?) में पुर्बोत्तर के राज्यों के नाम ही नहीं हैं. क्या हम असम वासी ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा सकतें.
Earlier I requested to National office, that the PDF file of Manch sandesh is very heavy in size & its impossible to download in dial-up connections. so please send the file in 3 smaller attachments but they never responded. After requesting 2-3 times i give up & i think all of us who ever tried to download the manch sandesh, know that manch sandesh hyperlink is not meant for us.
Though, we have allowed your comment to be published in the blog, but in future please do not forget to give your name and tele no. in the comment box.
We appreciate your concern and hope that in future too this blog will be gained by your comments.
साहित्यिक रूप से मंच एक कैदखाने में कैद है। कुछ हवलदार इस कैदखाने के चौकीदार बने हुए हैं, उनके विचार से नई तकनीकी से मंच में अस्वस्थ्य वातावरण का निर्माण हो जायेगा। इससे मंच को काफी क्षति उठानी पड़ सकती है। आप सिर्फ हवलदारों की बातें सुनते और पढ़ते रहिये। - शम्भु चौधरी
4 comments:
मैंने manch sandesh डाउनलोड करने की कोशिश की, 11 M.B. से ज्यादा है. क्या नेतृत्व किसी प्रोफेशनल की सहायता नहीं ले पा रहा है, वरना डाउनलोड करने लायक अलग version बनाया जा सकता था. manch sandesh.com का क्या हुवा? दो तरफा संवाद सुहा नहीं रहे हैं क्या? कारवां-२००८.कॉम में भी PROFESSIONAL TOUCH की कमी दिख रही है. ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म (?) में पुर्बोत्तर के राज्यों के नाम ही नहीं हैं. क्या हम असम वासी ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा सकतें.
शंकर (98640-94905)
Earlier I requested to National office, that the PDF file of Manch sandesh is very heavy in size & its impossible to download in dial-up connections. so please send the file in 3 smaller attachments but they never responded. After requesting 2-3 times i give up & i think all of us who ever tried to download the manch sandesh, know that manch sandesh hyperlink is not meant for us.
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Ajatshatru
साहित्यिक रूप से मंच एक कैदखाने में कैद है। कुछ हवलदार इस कैदखाने के चौकीदार बने हुए हैं, उनके विचार से नई तकनीकी से मंच में अस्वस्थ्य वातावरण का निर्माण हो जायेगा। इससे मंच को काफी क्षति उठानी पड़ सकती है। आप सिर्फ हवलदारों की बातें सुनते और पढ़ते रहिये। - शम्भु चौधरी
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